टीएचडीसी इंडिया ने 5वीं राज्य स्तरीय योगासन खेल प्रतियोगिता का किया आयोजन
ऋषिकेश। ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने उत्तराखंड योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन और देहरादून जिला योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सहयोग से 05वीं उत्तराखंड राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता का आयोजन अपने कॉर्पाेरेट कार्यालय, ऋषिकेश में किया। टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.के. विश्नोई ने बताया कि 27 अक्टूबर तक चलने वाले इस प्रतिष्ठित तीन दिवसीय आयोजन में राज्यभर के प्रतिभागियों को अपने योग कौशल का प्रदर्शन करने का एक विशेष मंच प्रदान किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (कार्मिक) शैलेंद्र सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर उनके साथ दिनेश्वर प्रसाद रतूड़ी (पूर्व वायुसेना अधिकारी), डॉ. सुभाष कुमार (आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी, टिहरी-गढ़वाल), वीर सिंह, कार्यपालक निदेशक (बिजनेस डेवलपमेंट), टीएचडीसीआईएल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए शैलेंद्र सिंह ने बताया कि एक संतुलित और सामंजस्यपूर्ण जीवन के लिए योग अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की सामाजिक उत्थान की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि टीएचडीसीआईएल ने स्वास्थ्य, खेल और कल्याण के क्षेत्र में विशेष रूप से युवाओं और समाज के पिछड़े वर्गों को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास किए हैं। श्री सिंह ने कहा, टीएचडीसीआईएल हमेशा से उत्तराखंड की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए विभिन्न कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहलों के माध्यम से कार्यरत रहा है। इस तरह के आयोजन हमारी सामाजिक प्रतिबद्धता को तो दर्शाते ही हैं, साथ ही स्वस्थ और जागरूक समाज की दिशा में हमारे प्रयासों को और भी मजबूत करते हैं। टीएचडीसीआईएल स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और मूलभूत सुविधाओं के विकास में योगदान देता आया है, जिससे न केवल उत्तराखंड बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी स्थायी विकास को गति मिल रही है। स्कूलों की स्थापना से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं तक, कंपनी ने विभिन्न समुदाय के समग्र विकास को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है। श्री सिंह ने इस अवसर पर यह भी कहा कि शारीरिक और मानसिक सुदृढ़ता को बढ़ावा देने वाली यह योगासन प्रतियोगिता केवल प्रतियोगिता ही नहीं बल्कि समाज के व्यापक और समग्र विकास के दृष्टिकोण का अभिन्न हिस्सा भी है। श्री सिंह के संबोधन के पश्चात् प्रतिभागियों ने अपने समर्पण का परिचय अद्भुत योग कला प्रदर्शन के माध्यम से दिया, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और उद्घाटन समारोह में एक नई ऊर्जा का संचार किया। तीन दिवसीय इस योगासन प्रतियोगिता में 10 से 55 वर्ष की आयु वर्ग के लगभग 300 प्रतिभागी देशभर के विभिन्न राज्यों से प्रतिभाग कर रहे हैं, जो योग के प्रति अपनी निष्ठा और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित कर रहे हैं। यह प्रतियोगिता योग की प्राचीन धरोहर को बढ़ावा देने के साथ ही प्रतिभागियों के लिए अपने योग कौशल का प्रदर्शन करने का एक प्रमुख मंच है।v