उत्तराखंड: गांव पहुंचा शहीद गौतम लाल का पार्थिव शरीर, सैन्य सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई
टिहरी: नागालैंड में शहीद हुए उत्तराखंड के टिहरी जिले के नौली गांव (हिंसरियाखाल पट्टी) निवासी पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन के पैराट्रूपर जवान गौतम लाल का पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंच गया है।
गांव के लाल के शहीद होने की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। पार्थिव शरीर के पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान शहीद गौतम अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगते रहे।
शहीद का पार्थिव शरीर देर शाम देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा, जिसे एम्स ऋषिकेश में रखा गया। मंगलवार सुबह साढ़े 6 बजे एम्स ऋषिकेश से उनका पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव टिहरी के नौली गांव (हिंसरियाखाल पट्टी) लिए रवाना हुआ था। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने एम्स ऋषिकेश पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी थी।गांव से शहीद की अंतिम यात्रा निकलेगी। तत्पश्चात राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ उसको पैतृक घाट पर अंतिम विदाई दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक नागालैंड में जवानों ने उग्रवादी समझकर फायरिंग कर दी। इस घटना में सात मजदूर सहित कुल 13 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद वहां हिंसा हो गई और इस हिंसा में गौतम लाल शहीद हो गए।
बताया गया कि विकास खंड कीर्तिनगर में हिंसरियाखाल क्षेत्र के नौली गांव (नौसिला तोक) के रमेश लाल और रूपा देवी के सबसे छोटे पुत्र वर्ष 2018 में पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। इन दिनों वह नागालैंड ड्यूटी में थे। गौतम पांच भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी तीन बहनें हैं। पिता रमेश गांव में मेहनत मजदूरी का काम करते हैं। राजकीय इंटर कॉलेज हिंसरियाखाल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद वह सेना में भर्ती हो गए थे।
रविवार सुबह ग्राम प्रधान नौली सुरेशी देवी के मोबाइल फोन पर नागालैंड से किसी सैन्यकर्मी की कॉल आई कि गौतम गोली लगने से शहीद हो गए हैं, जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया।