उत्तराखंड के निजी अस्पताल की शर्मनाक करतूत, मृत बच्चे को गंभीर बता किया रेफर
उत्तराखंड के अस्पतालों में पैसे की लूट और असुविधाओं की सूचनाएं तो काफी पहले से आ रही हैं लेकिन ऊधमसिंहनगर के एक अस्पताल की करतूत ने मानवता को भी शर्मसार कर दिया है.

उत्तराखंड के अस्पतालों में पैसे की लूट और असुविधाओं की सूचनाएं तो काफी पहले से आ रही हैं लेकिन ऊधमसिंहनगर के एक अस्पताल की करतूत ने मानवता को भी शर्मसार कर दिया है. यहाँ डाक्टर्स कालोनी स्थित निजी अस्पताल कृष्ण हास्पिटल एंड क्रिटिकल केयर सेंटर में 25 मई 2022 को सात माह के बच्चे को भर्ती किया गया. अस्पताल के चिकित्सक डा. पारस अग्रवाल ने 27 मई की सुबह पिता राहुल को सवा दो लाख रुपये का बिल थमा कर मासूम की हालत गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया. इस पर स्वजन उसे लेकर हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचे, जहां जांच कर बताया गया कि बच्चे की मौत 26 मई को ही हो चुकी है.
मामले में राहुल ने स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और मानवाधिकार आयोग को सितंबर में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की. मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुनीता चुफाल रतूड़ी ने सोमवार को जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी. उन्होंने बताया कि सभी आरोप सही पाए गए हैं. आरोपों की जांच के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुनीता रतूड़ी चुफाल ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की, जिसमें एसीएमओ डा. तपन शर्मा को अध्यक्ष, डा. एसके गोस्वामी और एक बाल रोग विशेषज्ञ को शामिल किया गया. जांच रिपोर्ट में सामने आया कि इलाज में डा. पारस अग्रवाल ने घोर लापरवाही बरती.