बरसात के मौसम में तेजी से फैल रहा आई फ्लू, मरीज घबराएं नहीं, जानें लक्षण और बचाव का तरीका

देहरादून: उत्तराखंड में डेंगू के बाद आई फ्लू संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। अस्पतालों की ओपीडी में आई फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बरसात के मौसम में बैक्टीरियल संक्रमण से बचने के लिए आप अपना ध्यान रखें। बारिश में भीगने के बाद आंखों को साफ पानी से धोएं। यह इसलिए कि बारिश के पानी में धूल के कण पाए जाते हैं। जिससे आपकी आंखों में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। आंखों को धोने के बाद स्वच्छ कपड़े से जरूर साफ करें। गौरतलब है कि आई फ्लू के मामले हर राज्य में बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड में भी अस्पतालों में आई फ्लू के मरीज बढ़ने लगे हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
आंखों को गंदे हाथों से न छुएं।
बच्चों को बार-बार आंखों को मलने व छूने से रोकें।
आस-पास किसी को आई फ्लू की आशंका लगे तो आंखों को
साफ पानी से धोएं और ठंडे पानी से सिकाई करें।
अगर किसी को घर में आई फ्लू की दवा डालते हैं तो उसके बाद अपने हाथों को साबुन से धोएं।
आंखों में लाली, जलन व खुजली होने पर चिकित्सक की सलाह लें, खुद से दवा न डालें।
दैनिक उपयोग की वस्तुएं जैसे तौलिये इत्यादि अलग रखें और किसी को इस्तेमाल न करने दें।
अगर आप कॉन्टेक्ट लेंस लगाते हैं तो संक्रमण के दौरान इन्हें न लगाएं और अपने चिकित्सक से सलाह लें।
बरसात में बच्चों को पानी से भरे गड्ढों व पोखरों से दूर रखें, क्योंकि अधिकतर इन्हीं स्थानों से बैक्टीरिया पनपते हैं।
ताजा खाना खाएं और साफ पानी ही पिएं।
बाहर से आने पर हमेशा हाथ साबुन से धोएं।