नकबजनी की दो अलग-अलग घटनाओं का दून पुलिस ने किया खुलासा

देहरादून। अंतर्राज्यीय नकबजन गिरोह दून पुलिस की गिरफ्त में आया है। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई नकबजनी की दो अलग-अलग घटनाओं का दून पुलिस ने खुलासा किया है। गिरोह के सरगना सहित 3 अभियुक्तों को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के कब्जे से अलग-अलग घटनाओं में चोरी की गयी लगभग 08 लाख रू0 मूल्य की ज्वैलरी व अन्य सामान बरामद हुआ है। अभियुक्तों द्वारा सुनियोजित तरीके घटनाओं को अंजाम दिया जाता था। घटना से पूर्व घटना स्थल व आने-जाने वाले रास्तों की पूर्ण रैकी करते थे। पकडे़ जाने के डर से घटना में चोरी की गयी सम्पत्ति को झांसी ले जाकर बेच देते थे।
गत 24 जून को हिमांशु नेगी पुत्र त्रिलोक सिंह नेगी निवासी शिवा कॉलोनी, पांवटा रोड़, हरबर्टपुर ने थाना विकासनगर आकर शिकायत दर्ज करायी कि वो अपने परिवार के साथ अपने पैतृक गांव जनपद अल्मोडा गये थे, जब वापस घर आये तो घर का सारा सामान बिखरा हुआ था। घर में रखी ज्वैलरी व नगदी अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर ली थी। तहरीर के आधार पर थाना विकासनगर में अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना के अनावरण तथा अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा कोतवाली विकासनगर पर टीम गठित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। गठित टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर आस-पास तथा आने जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का बारीकी से अवलोकन करते हुए संदिग्ध के सम्बन्ध में जानकारियां एकत्रित की गई तथा सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त संदिग्धों के हुलिये से मुखबिर को को अवगत कराते हुए सक्रिय किया गया। साथ ही पूर्व में नकबजनी की घटनाओं में प्रकाश में आये अभियुक्तों की वर्तमान स्थिती की जानकारी कर उनका भौतिक सत्यापन किया गया। बीती देर रात्रि झाडूवाला चैक के पास स्थित बगीचे में संदिग्ध रूप से घूम रहे 03 व्यक्तियों को रोककर पुलिस द्वारा उनसे पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा अपना नाम स्वतंन्त्र शर्मा, अमित कुशवाह और आकाश विश्वकर्मा मूल निवासी झांसी उत्तर प्रदेश हाल किरायेदार हरबर्टपुर, विकासनगर बताया गया। तीनो व्यक्तियों से देर रात्रि में घूमने के सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा चोरी की घटना को अंजाम देने की फिराक मे घूमने की बात बताई गई, साथ ही कुछ दिन पूर्व विकासनगर क्षेत्र में हरबर्टपुर तथा सहसपुर क्षेत्र के धर्मावाला में 02 बंद घरों में हुई चोरी की घटनाओं को अजांम देना स्वीकार किया गया तथा उक्त घटनाओं में चोरी किये गये माल को हरबर्टपुर स्थित अपने किराये के कमरे में छिपाने की बात बताई गयी, जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की निशानदेही पर उनके हरबटपुर स्थित किराये के कमरे से उक्त दोनो घटनाओं में चोरी की गई ज्वैलरी, नगदी व अन्य सामान बरामद किया गया। तीनों अभियुक्तों को पुलिस द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त स्वतंत्र शर्मा द्वारा बताया गया कि वह करीब 02 वर्ष पूर्व नेटवर्किंग बिजनेस के लिये झांसी से हरबर्टपुर आया था, जहां कम्पनी द्वारा उसे एक कमरा किराये पर दिलवाया गया था। करीब 6 महीने काम करने के बाद कोई बडी इनकम न होने पर उसके द्वारा नेटवर्किंग का कार्य छोड़ दिया तथा सरकारी नौकरी की तैयारी करने लगा। इस दौरान पैसों की दिक्कत होने पर उसके द्वारा छोटी मोटी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया, जिसमें कम मेहनत में ज्यादा पैसा मिलने पर उसके द्वारा अपने साथ पढ़ने वाले आकाश, जो कि झांसी में मजदूरी का काम करता था, को साथ मिलकर घटनाओं को करने के लिये तैयार कर लिया तथा अपने एक अन्य परिचित अमित कुशवाह को भी झांसी से अपने साथ हरबर्टपुर ले आया, जहां वो तीनों एक रूम पर रहकर दिन के समय बंद घरों की रेकी करते थे तथा घरों को चिन्हित कर आने जाने वाले सभी रास्तों की पूर्ण जानकारी कर लेते थे तथा रात्रि में गैती व सबब्ल की सहायता से घर का ताला तोड़कर घरों में चोरी की घटना को अंजाम देते थे।
घटनाओं में चोरी किये गये सामान को अभियुक्त अपने कमरे में रखते थे तथा मौका देखकर उनमें से एक अभियुक्त चोरी के सामान को झांसी ले जाकर बेच देता था। अभियुक्तों द्वारा अन्य राज्यों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाना प्रकाश में आया है, जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।