साढ़े पांच साल का बच्चा बना विश्व चैंपियन, शतरंज के खेल में उत्तराखंड के तेजस ने दुनिया को किया हैरान

हल्द्वानी: यूकेजी में पढ़ने वाले महज साढ़े पांच साल के उत्तराखंड हल्द्वानी निवासी तेजस तिवारी विश्व के सबसे कम उम्र के फिडे रेटेड खिलाड़ी बन गए हैं। फिडे ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया एकाउंट ट्वविटर के जरिये तेजस तिवारी की उपलब्धि के बारे में पोस्ट की है। इससे पहले वह उत्तराखंड के ”यंगेस्ट चेस प्लेयर” का खिताब हासिल कर चुके हैं। जून में निकली फिडे रेटिंग में उन्हें 1149वीं रेटिंग मिली है।
महज साढ़े तीन साल की उम्र से शतरंज खेल रहे तेजस ने हाल ही में रुद्रपुर में हुई प्रथम स्व. धीरज सिंह रघुवंशी ओपन फिडे रेटेड शतरंज प्रतियोगिता में चार ड्रा और दो जीत के साथ फिडे रेटिंग प्राप्त की है। मार्च-2022 में उत्तराखंड शतरंज संघ की ओर से आयोजित 16वीं उत्तराखंड स्टेट ओपन शतरंज प्रतियोगिता के अंडर-8 वर्ग में वह प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड स्टेट चैंपियन बने।
तेजस अब तक विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में 2022 में हुई राष्ट्रीय अंडर-8 शतरंज प्रतियोगिता, भुवनेश्वर ओडिसा, अहमदाबाद गुजरात में अंडर-7 शतरंज प्रतियोगिता, 2022 में नई दिल्ली में हुई सब जूनियर और 2023 में होसुर तमिलनाडु में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और गोल्डन बॉय का खिताब भी ले चुके हैं।
👑 Meet Tejas Tiwari, the youngest FIDE-rated player! 👑
— International Chess Federation (@FIDE_chess) July 24, 2023
👦 He is five years old and has a FIDE Standard rating of 1149!
💥 The Indian chess player got interested in chess by watching family members playing when he was three and a half years old. He understood how the game is… pic.twitter.com/uhmNjR40xj
सुभाषनगर हल्द्वानी निवासी तेजस को शतरंज की बारीकियां उनके पिता शरद तिवारी ने सिखाईं। शरद तिवारी का पहाड़ में अपना एनजीओ हैं। मां इंदु तिवारी ने भी तेजस को काफी प्रेरित किया। शरद तिवारी ने बताया कि वह काफी खुश हैं। मात्र साढ़े पांच वर्ष की आयु में ही देश के 12 राज्यों में खेलकर प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं तेजस की इस इस उपलब्धि से परिवार काफ़ी खुश है। दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक समित टिक्कू ने बताया कि तेजस के विश्व के सबसे कम उम्र के फिडे रेटेड खिलाड़ी बनने पर अंतरराष्ट्रीय शतरंज संघ फिडे की ओर से पुष्टि की गई है। यह राज्य और देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।