भारत ईमानदारी, जागरूकता व समर्पण की नींव पर खड़ा हैः ले.ज. गुरमीत सिंह

देहरादून। उत्तरांचल विश्वविद्यालय के छठें दिक्षांत समारोह में 52 छात्रों को गोल्ड मेडल, 35 को पीएचडी, 85 को पीजी व 2239 को यूजी की डिग्रियों से नवाजा गया।
विश्वविद्यालय आगमन पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने शौर्य दीवार पर परमवीर चक्र विजेताओं की तस्वीरों पर पुष्पांजलि दी। विश्वविद्यालय के एनसीसी केडेट ने राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनका स्वागत किया गया।
विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी ने राज्यपाल का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। दिक्षांत समारोह का जुलूस पारम्परिक वेशभूषा में सुसज्जित विश्वविद्यालय के अधिकारी व शिक्षकों द्वारा विश्वविद्यालय कुलसचिव के नेतृत्व में निकाला गया जबकि जुलूस में परम्परानुसार सबसे पीछे राज्यपाल चल रहे थे। स्वामी विवेकानंद ऑडिटोरियम में जुलूस का उच्च स्वर में वेदिक मंत्रों के संग प्रवेश अपने आप में एक अद्भुत दृश्य था। राज्यपाल ने इन्हें गोल्ड मेडल से नवाजा गया 52 में से 40 स्वर्ण पदक पाकर लड़कियों ने मारी बाजी।
लॉः आशीष रावत, श्रुति ठाकुर, पलक सिंह एवं अश्वती शाह प्रबन्धनः अंशिका शर्मा एवं सन्यम बदयल, शुभांशी सिंह एवं कनक मारोथिया, इंजीनियरिंगः मोहित चन्द्र सागर, जेनेट टिलेह, प्रमोद जोशी, साक्षी रहिवाल, विधि खती, मंथन त्यागी, आदित्य ढांगर एवं महक, विज्ञानः नीतिश करन, सुमेधा पंवार, मोनिका चौधरी, गौरव उनियाल, आयुषी भदुरी, मुस्कान जैन, सरिता राना, कल्पना कुमावत, इशिका चौधरी, मनीषा लिंगवाल, रेबेलो केरोल ऑलविन, कनक राज, मान्या गोस्वामी, छवी सैनी, रियोना निंगथोजेम, साक्षी पंत, अनिरूद्ध सेमवाल, भगत आदित्य संतोष, मनीषा, स्मृति जोशी एवं विजय देवरारी
कला, वाणिज्य, फार्मेसी एवं जर्नलिज्मः वंशिका सोथा, अभ्युति शर्मा, महिमा सिंह, हरजोत कौर चावला, वंशिका शर्मा, जिया मंसूर, प्रिया, वसुन्धरा छाता, गौरव सिंह, जैनब परवीन, दिव्यांका शाह, रावी गोयल, लक्ष्य ठाकुर, आस्था सिंह एवं अंशिका कठैत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. धर्म बुद्धि द्वारा इस अवसर पर विश्वविद्यालय की प्रगति व उपलब्धियों से सम्बन्धित रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
उन्होनें बताया उत्तरांचल विश्वविद्यालय वर्तमान में विश्व के 24 देशों सहित देश के सभी राज्यों से आये 29000 से अधिक छात्र और छात्राओं को रेगूलर व ऑनलाईन माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहा है। यूनिवर्सिटी का बनाया करिकुलम 2020 के हिसाब से इंटरनेशनल स्टैंडर्ड और नेशनल और लोकल जरूरतों को पूरा करता है।
इसमें गवर्नर का 5 पॉइंट मिशन, रिवर्स माइग्रेशन, ऑर्गेनिक खेती, महिला एम्पावरमेंट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, गेम चेंजर, टर्निंग पॉइंटस और सेंटर ऑफ ग्रेविटी भी शामिल है जिसे उत्तरांचल विश्वविद्यालय ने अपने मिशन के तौर पर पूरी ईमानदारी से अपनाया है।
विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली योग्यता व आवश्यकता आधारित वित्तीय छात्रवृतियों में इस वर्ष 79.12 करोड़ रूपये की छात्रवृति प्रदान की गई। इस साल विश्वविद्यालय ने 2000 रिसर्च पेपर पब्लिश किए हैं और कुल पब्लिकेशन 7000 से ज्यादा हो गए हैं। टाइम्स हायर एजुकेशन इम्पैक्ट रैंकिंग में उत्तरांचल विश्वविद्यालय को उत्तराखण्ड में दूसरा व भारत मे 49वीं स्थान प्राप्त हुआ। छप्त्थ् फार्मेसी रैंकिंग 2025 में विश्वविद्यालय को 75वां स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त हुआ।
यूनिवर्सिटी रैंकिंग एशिया 2026 में विश्वविद्यालय 330वीं स्थान पर रही। यहाँ से शिक्षा लेकर छात्र गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, एचपी सहित विश्व की नामचीन कम्पनियों में कार्यरत् है। 73 न्यायिक अधिकारी सहित भारत की सशस्त्र सेनाओं में भी अधिकारी देने का श्रेय उत्तरांचल विश्वविद्यालय को प्राप्त है। अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने कहा भारत का युवा अब लाखों, करोड़ों के नहीं अपितु बिलियन व ट्रिलियन के सपने देखता है व उन्हे साकार करने की ओर अग्रसर है। भारत आधुनिकता, नवाचार और बदलाव के युग में प्रवेश कर चुका है। इसे विश्वगुरू बनने से कोई नही रोक सकता। युवाओं को सफलता के गुर देते हुए उन्होंने कहा सपना, संकल्प, निश्चिय, संघर्ष व धैर्य का मार्ग सफलता की ओर जाता है। उन्होंने कहा दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती कृत्रिम बुद्धि है उसके बाद ब्रह्मांडीय ज्ञान का रूख होगा जो कि निश्चित रूप से भारत का क्षेत्र है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से विश्वविद्यालय संचालक समिति की उपाध्यक्षा श्रीमती अनुराधा जोशी, विश्वविद्यालय की उपाध्यक्षा सुश्री अंकिता जोशी, उपकुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा, कार्यकारी निदेशक डा. अभिषेक जोशी रजिस्ट्रार डा. अनुज राणा, जगदीश जोशी, प्रो. प्रदीप सूरी, प्रो. अजय सिंह, प्रो. सोनल शर्मा, प्रो. सुमित चौधरी, प्रो. विकास जखमोला, प्रो. मनीष बडोनी, प्रो. शरद पाण्डेय, प्रो. कार्तिकेय गौड़, प्रो. राजेश सिंह, डा. अमित भट्ट, डा. मिधु कुरियन, डा. अनिता गेहलोत, मनोज ध्यानी, डा. रामवीर तंवर, नितिन डुकलान एवं काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।



