उत्तराखंड में भी मंकीपॉक्स वायरस को लेकर सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
देहरादून: मंकीपॉक्स को लेकर उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों पर नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से आज मंगलवार को एसओपी जारी की गई है. विभाग ने सभी जिलों के डीएम व सीएमओ को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. विभाग ने एहतियात के तौर पर विदेश यात्रा से लौटने वालों में मंकीपॉक्स के लक्षणों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं.
केरल व दिल्ली में मंकीपॉक्स का मामला मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को सतर्क किया है. विभाग ने निर्देश दिए कि मंकीपॉक्स प्रभावित देशों की यात्रा कर लौटने वाले लोगों की निगरानी रखी जाए. यदि किसी में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए जाते हैं तो सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे कर आइसोलेट किया जाए. विभाग ने पिछले महीने संदेह के आधार पर हरिद्वार से एक व्यक्ति का सैंपल जांच के लिए भेजा था, जो निगेटिव आया.
Uttarakhand | The National Health Mission has issued guidelines to DMs & CMOs to step up surveillance, & to keep the health system on alert, in view of the looming fear of Monkeypox. Under preventive strategy, contact tracing, lab diagnosis & clinical care have been recommended
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 2, 2022
कोरोना जैसी बीमारी नहीं है मंकीपॉक्स: इसी बीच मंकीपॉक्स खतरे को लेकर एक्सपर्ट चिंता जता रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि दुनिया भर में इस वक्त मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ रहा है. अपने देश में भी इसके मामले सामने आए हैं. ऐसे में इससे बचाव और सावधानी बेहद जरूरी है. कुछ चीजों का ध्यान रखकर हम इसके खतरे से बचे रह सकते हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि मंकीपॉक्स कोरोना जैसी बीमारी नहीं है. मंकीपॉक्स वायरस एक डीएनए वायरस है, जिसकी अच्छी बात यह है कि यह अपना रंग-रूप नहीं बदलता है. जबकि कोविड अपना रंग-रूप बदलता आया है.
लापरवाह होने पर मंकीपॉक्स हो सकता है खतरनाक: एक्सपर्ट का कहना है कि जिस तरीके से कोरोनावायरस फैलता है वैसे मंकीपॉक्स वायरस नहीं फैलता. एक्सपर्ट का मानना है कि मंकीपॉक्स वायरस कोविड-19 जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन इसको लेकर लापरवाह होना भी खतरनाक हो सकता है. इसके लिए सावधानी और कुछ एहतियाती कदम अगर उठाए जाएं तो आप इस संक्रमण से बचे रह सकते हैं.
इन लोगों को भी हो सकता है मंकीपॉक्स: मंकीपॉक्स वायरस पहले अफ्रीकन देशों में मंकीस में देखा जाता था. इसीलिए इसे मंकीपॉक्स वायरस का नाम दिया गया. इस वायरस का जींस जिसे ऑर्थोपॉक्स वायरस के नाम से जाना जाता है, यह स्मॉल पॉक्स से भी बिलॉन्ग करता है. ऐसे में वह लोग यह जरा भी ना सोचें कि जिन्हें पहले स्मॉलपॉक्स या चिकनपॉक्स हो गया है, वह इस बीमारी से संक्रमित नहीं हो सकते या उनके लिए इसका खतरा नहीं है. हालांकि, इसको लेकर घबराने की जरूरत नहीं है.
मंकीपॉक्स के लक्षण: यदि आपको बुखार आ रहा है, आपके शरीर पर हल्के या बड़े दाने निकल रहे हैं या फिर थकावट, शरीर पर रेशेज होना, यह इसके महत्वपूर्ण लक्षण हैं. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और लोगों से दूरी बनाना शुरू कर दें. ऐसे लक्षण पाए जाने पर तुरंत ही इसकी जांच करवाएं.