रूद्रप्रयाग में गुलदार का आतंक, नहीं चल सका डेढ़ साल की मासूम का पता

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले स्थित अगस्त्यमुनि ब्लॉक के शीला बामनगांव में शनिवार को एक डेढ़ साल की बच्ची को गुलदार ने आंगन से उठा लिया. परिजनों द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद देर रात बच्ची का शव अभी तक नहीं मिल सका है. वहीं घटना के बाद आज केदारनाथ विधायक मनोज रावत घटनास्थल पर पहुंचे. जहां उन्होंने सिल्ला गांव के जाबरी तोक में स्थानीय लोगों से बात की वैन विभाग के अधिकारीयों को तत्काल करवाई के निर्देश दिए. वन विभाग की टीम के साथ – साथ ग्रामीण ढूंढ खोज कर रहे हैं जबकि विभाग द्वारा ड्रोन कैमरे की मदद से भी बच्ची की तलाश की जा रही है लेकिन अब तक कहीं भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है. हालांकि कल रात जंगल में कुछ पत्थरों पर खून के धब्बे तो मिले थे.
इधर आदमखोर गुलदार को मारने के लिए क्षेत्र में शिकारी तैनात कर दिए गए हैं. रेंजर रजनीश लोहानी ने बताया कि लोगों को सुरक्षा के मध्य नजर विभाग द्वारा गुलदार को खत्म करने के लिए शिकारी जॉय हुकिल व उनके दो अन्य साथी क्षेत्र में तैनात कर दिया हैं। जबकि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगा दिया गया है. विधायक ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाने के लिए डी.एफ.ओ.रूद्रप्रयाग को निर्देश दिए हैं. वन विभाग की टीम को गांव में बुलाकर आदमखोर इस गुलदार को तत्काल पकड़ने के भी दिए निर्देश दिए हैं. आपको बताते चलें सिल्ला बामण गांव के जाबरी तोक में 2 दिन पूर्व मंजू देवी पर गुलदार ने हमला किया था और कल रात को डेढ़ वर्षीय बच्ची को गुलदार उठा ले गया जिस कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल है. आदमखोर गुलदार द्वारा लगातार दो घटनाओं को अंजाम देने के बाद लोग डरे सहमे हुए हैं और वन विभाग से इस गुलदार को तुरंत खत्म करने की मांग कर रहे हैं ताकि लोगों को राहत मिल सके.