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केदारनाथ यात्रा में अडचनों के बीच टूटा लाइफ टाइम रिकार्ड

रुद्रप्रयाग। बदलते मौसम, मानसूनी सीजन में आपदाओं और यात्रा के शुरूआती चरण में घोड़े-खच्चरों पर फैले संक्रमण के बावजूद केदारनाथ धाम की यात्रा ने इस बार पिछली यात्रा के रिकार्ड तोड़ दिये हैं। इन दिनों धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है, बावजूद इसके हर रोज बाबा केदार के दर्शनों के लिये भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। भक्तों की संख्या भले ही लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन धाम पहुंच रहे हर भक्त को मंदिर के गर्भ गृह में जाकर दर्शन हो रहे हैं।
इस बार की केदारनाथ धाम की यात्रा शुरूआत से ही कई परेशानियों में घिरी रही। यात्रा के शुरूआती चरण में घोड़े-खच्चरों पर संक्रमण फैल गया, जिसके बाद कुछ दिनों तक यात्रियों को पैदल ही आवाजाही करनी पड़ी। इस दौरान डंडी-कंडी संचालकों और हेलीकाप्टर सेवाओं ने यात्रा में अहम योगदान दिया। कुछ दिनों बाद यात्रा सकुशल चलने लगी, लेकिन इसके बाद हेलीकाप्टर क्रैश होने की घटना ने चिंता बढ़ा दी है। फिर मानसूनी सीजन में उत्तराखण्ड के अनेक हिस्सों में आई आपदाओं के कारण भी यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी आई। जुलाई-अगस्त माह में लगातार तेज बारिश होने के कारण केदारनाथ धाम की यात्रा को कई दिनों तक स्थगित करना पड़ा, लेकिन यात्रियों की भक्ति में कोई कमी नहीं आई। यही कारण है कि केदारनाथ धाम की यात्रा ने पिछली यात्रा को पीछे छोड़ दिया है और नये रिकार्ड कायम करती जा रही है। अभी तक 16 लाख 60 हजार से अधिक तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। जबकि 13 दिन की यात्रा शेष बची हुई है।
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि धाम पहुंच रहे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। यात्रा पड़ाव, पैदल यात्रा मार्ग सहित केदारनाथ धाम में यात्रियों के लिये मेडिकल सुविधा के विशेष इंतजाम किये गये हैं। साफ-सफाई की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इन दिनों धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिये धाम सहित पैदल यात्रा मार्ग पर अलाव की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे यात्रियों को ठंड का सामना न करना पड़े। साथ ही धाम में गर्म पानी की भी व्यवस्था यात्रियों के लिये की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा से जुड़े सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ कार्य कर रहे हैं।

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