डेंगू जाँच मामले में नया मोड, सिनार्जी अस्पताल ने नोटिस के जवाब किया बड़ा खुलासा
देहरादून। प्रदेश में डेंगू जाँच को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 8 सितंबर 2023 को सरकारी लैब से क्रॉस चेकिंग पर एक मरीज़ के प्लेटलेट काउंट में अंतर पाए जाने के संबंध में जारी नोटिस का सिनर्जी अस्पताल की ओर से जवाब दिया गया है। इस जवाब के बाद ज़िला स्वास्थ्य महकमा बैकफूट पर नज़र आ रहा है। यहाँ सवाल ये भी है कि एक सरकारी लैब की रिपोर्ट तीन से चार NABL मान्यता प्राप्त लैब की रिपोर्ट से अलग कैसे आ गई, जिसके बावजूद उल्टा NABL मान्यता प्राप्त लैब को नोटिस थमा दिया गया।
सिनर्जी अस्पताल की ओर से जवाब में कहा गया है कि सिनर्जी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में चरक पैथ लैब ने प्लेटलेट्स 19 हज़ार की सूचना दी है, जबकि सरकारी प्रयोगशाला ने उसी नमूने पर 30 हज़ार पाए गए हैं। सिनर्जी अस्पताल ने नोटिस में लगे आरोपों का खंडन करते हुए जवाब दिया है कि नोटिस विवरण और तथ्यों पर गौर किए बिना जारी किया गया है। इससे मरीजों और संस्थान के बीच विश्वास की बड़ी कमी पैदा हुई है, जबकि संस्थान वर्तमान परिस्थितियों में डेंगू के मरीजों को देखभाल प्रदान करने में सराहनीय काम कर रहा है।
अस्पताल की ओर से कहा गया है कि चरक पैथ लैब 11 साल से NABL और NABH द्वारा मान्यता प्राप्त है। उक्त मरीज़ की 07 सितंबर 2023: (प्लेटलेट काउंट): 19 हज़ार पाई गई इसके अलावा जब पुनः परीक्षण के लिए यह सैंपल दूसरी NABL लैब आहूजा पैथलॉजी भेजी गई तो उस रिपोर्ट में भी सिनर्जी की रिपोर्ट के समान प्लेटलेट्स पाई गई। इसके अतिरिक्त NABL मान्यता प्राप्त लैब डॉ लाल पैथलॉजी की रिपोर्ट में भी समान प्लेटलेट्स पाई गई।
वास्तव में आज के ” एविडेंस बेस्ड मेडिसिन” के युग में स्वास्थ्य सेवाओं, विशेषकर लेबोरेटरी मेडिसन में गुणवत्ता के लिए सभी इंटरनल एवम एक्सटर्नल क्वॉलिटी कंट्रोल तथा कैलीब्रेशन रिपोर्ट के आधार पर ही किसी रिपोर्ट की प्रमाणिकता एवम सत्यता निर्धारित की जाती है। सिनर्जी अस्पताल ने उक्त नोटिस के उत्तर में विस्तार से ऐसे सभी गुणवत्ता प्रमाण संलग्न किए हैं, एवम यह भी अनुरोध किया है कि सरकारी लैब भी अपनी रिपोर्ट के पक्ष में उचित प्रमाण प्रस्तुत करे, अन्यथा विभाग किसी भी एन ए बी एल प्रमाणित लैब या चिकित्सा संस्थान की छवि धूमिल करने का अनर्गल प्रयास न करें।