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मनसा देवी में रोपवे संचालित नहीं होने से यात्री परेशान, बिना दर्शन किए ही लौट रहे श्रद्धालु

हरिद्वार: मनसा देवी रोपवे का संचालन एक जनवरी से बंद है। जिसके चलते यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।  बुजुर्ग, दिव्यांग और शरीर से ज्यादा वजन के लोग पैदल यात्रा कर माता के दर्शन करने में असमर्थ हैं। फिलहाल रोपवे संचालन को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है। मंगलवार को देश के कई राज्यों से पहुंचे श्रद्धालुओं को निराश ही लौटना पड़ा।

बता दें कि रोपवे का संचालन कर रही कंपनी ऊषा ब्रेको लिमिटेड की मूल लीज अवधि 40 वर्ष तक थी, जो 20 मई 2021 को ही समाप्त हो गई। समय के साथ-साथ शहरी विकास विभाग के साथ अनुबंध बढ़ता गया। अब अनुबंध की अंतिम अवधि भी समाप्त हो गई है।

नगर निगम की ओर से न तो टेंडर की घोषणा की गई और न ही कोई तैयारी होती दिख रही है। नगर निगम ने पूर्व में एक बार टेंडर की प्रकिया शुरू भी की थी, लेकिन शासन की ओर से ही अनुबंध बढ़ा दिया गया। रोपवे की तकनीकी जांच और डीपीआर तैयार करने की भी योजना थी, जो अभी ठंडे बस्ते में है। वहीं रोपवे की स्थिति की जांच के लिए परामर्श एजेंसी के साथ अनुबंध भी किया गया था। इसका भी कोई परिणाम सामने नहीं आया।

नगर निगम ने दिसंबर के अंत तक रोपवे के संचालन के लिए नया टेंडर निकालने का दावा किया था। वर्तमान में संचालन कर रही ऊषा ब्रेको को 31 दिसंबर तक जिम्मेदारी मिली थी। इसको लेकर हरिद्वार निवासी नीरव साहू ने उच्च न्यायालय नैनीताल में याचिका दायर की है। मामले में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने मनसा देवी रोपवे के लीज को 31 दिसंबर 2023 तक सीमित करने और नए सिरे से टेंडर की प्रकिया शुरू करने के आदेश दिए हैं। मामले में शहरी विकास सचिव, नगर आयुक्त, मेयर और ऊषा ब्रेको लिमिटेड के निदेशक को 20 नवंबर तक हाईकोर्ट में अपना जवाब दाखिल करने के आदेश भी दिए थे।

नगर निगम ने यह तय किया था कि यदि रोपवे का ढांचा असुरक्षित मिला तो नई डीपीआर बनाते हुए इसका सतही स्तर पर निर्माण और बाद में पीपीपी मोड पर दिया जाएगा। रोपवे के संचालन के लिए टेंडर किए जाने हैं। इसमें ढांचे का निर्माण और संचालन कंपनी करेगी।

वर्तमान में ऊषा ब्रेको लिमिटेड मनसा देवी और चंडी देवी रोपवे का संचालन कर रही है। पूर्व में कंपनी की प्रतिस्पर्धा नहीं थी, लेकिन यदि टेंडर की प्रक्रिया शुरू हुई तो इस बार कई प्रतिद्वंदी सामने होंगे। इनमें वह लोग पहले से ही ताक में हैं, जो पहाड़ी राज्यों में दूसरी जगहों पर रोपवे का संचालन कर रहे हैं। वर्तमान में रोपवे का संचालन कर रही कंपनी की मुस्किलें इससे बढ़ जाएंगी।

मां मनसा देवी रोपवे की सवारी का लाभ उठाने वाले यात्रियों की कुल संख्या प्रति वर्ष लगभग 20 लाख है। वर्तमान टिकट की कीमत 129 रुपये प्रति व्यक्ति है। इससे कुल राजस्व प्रतिवर्ष 25.00 करोड़ के लगभग प्राप्त होता है। इस राजस्व में से उषा ब्रेको लिमिटेड वार्षिक लीज रेंट के रूप में 3.25 करोड़ रुपये राज्य सरकार को उपकर के रूप में देता है। औसतन यह प्रति टिकट तीन रुपया प्रति व्यक्ति आता है। यदि टेंडर हो तो कई अन्य फर्माें को मौका मिलेगा ही साथ ही राजस्व कई गुना बढ़ जाएगा।

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