वर्ष 2025 की चारधाम यात्रा होने वाली है एतिहासिकः धामी

देहरादून। विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का आज विधिवत शुभारंभ हो गया है। ऋषिकेश के ट्रांजिट कैंप परिसर में चार धाम यात्रा संचालित करने वाली संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति ने चार धाम यात्रा के शुभारंभ पर कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पूर्व मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पहुंचे। मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा पर जा रही 10 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं से बातचीत की। उनसे ट्रांसिट कैंप परिसर में व्यवस्थाओं के बारे में भी पूछा। मुख्यमंत्री से मिलकर श्रद्धालु काफी खुश और गदगद नजर आए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा इस बार की यात्रा ऐतिहासिक होने जा रही है। सरकार ने पिछले वर्ष की यात्रा से सीख लेकर कई नई व्यवस्थाएं की हैं। जिसमें सबसे पहले ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था को सुधारा गया है। इसके अलावा चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए तमाम सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए हैं।
सीएम धामी ने बताया बीते वर्ष 36 दिन की रुकावट के बावजूद 46 लाख श्रद्धालुओं ने चार धाम यात्रा के दर्शन किए थे। इस बार पिछले साल की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का रिकॉर्ड टूटेगा। चार धाम यात्रा की सड़कों को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चकाचक किया गया है। कम समय में श्रद्धालु चार धाम यात्रा पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गौरीकुंड से केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे की जो योजना पास की है, जब वह धरातल पर उतरेगी तो चारों धाम के साथ हेमकुंड की यात्रा पर जाना और ज्यादा सुविधाजनक होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को सिंगल यूज प्लास्टिक के लिए प्रतिबंधित किया गया है। इसलिए श्रद्धालु इसका ख्याल रखें। मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से देवभूमि को कचरा मुक्त रखने की अपील की है।
संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति ने अपनी मांगों को लेकर सीएम को सौंपा ज्ञापन
देहरादून। चारधाम यात्रा के विधिवत शुभारंभ के अवसर पर यात्रा ट्रांजिट कैंप परिसर बसों को हरी झंडी दिखाने पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चार धाम यात्रा संचालित करने वाली संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति ने अपनी मांगों के संदर्भ में एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति ने कहा चारधाम यात्रा के अलावा परिवहन व्यवसाईयों के पास व्यापार के लिए कुछ नहीं है। चार धाम यात्रा के दौरान होने वाली कमाई से ही परिवहन व्यवसाय अपनी बसों की लोन की किस्त और घर का खर्चा चलाते हैं। यात्रा बंद होने के बाद परिवहन व्यवसाईयों के आगे रोजगार का संकट खड़ा हो जाता है, इसलिए यात्रा के दौरान बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को उत्तराखंड में पहाड़ चढ़ने की अनुमति न दी जाए। संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष भूपाल सिंह नेगी ने बताया कि अपने इस मांग के लिए वह कई बार शासन प्रशासन का दरवाजा खटखटा चुके हैं। समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
केदारनाथ धाम में 31 मई तक सभी हैलीकॉप्टर टिकटें फुल
रूद्रप्रयाग। बाबा केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पहले चरण में 2 मई से 31 मई तक की सभी हैलीकाप्टर टिकटे फुल हो गयी है। 1 जून से 30 जून तक की हैलीकॉप्टर टिकटों की बुकिंग के लिए दिनांक 7 मई 2025 को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर बुकिंग शुरू की जायेगी।
श्री केदारनाथ धाम यात्रा के पहले चरण यानि 2 मई से 31 मई तक की सभी हैलीकॉप्टर टिकटें फुल हो चुकी हैं। 1 जून से 30 जून तक की हैलीकॉप्टर टिकटों की बुकिंग के लिए दिनांक 7 मई 2025 को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर बुकिंग शुरू होगी। इसके अतिरिक्त केदारनाथ धाम हेतु हैलीकॉप्टर टिकट बुकिंग का अन्य कोई माध्यम नहीं है। यदि किसी प्रकार के फेसबुक लिंक या पेज, इंस्टाग्राम लिंक, व्हट्सएप चौटिंग या इन्टरनेट पर ढूंढी गयी कोई सी भी वेबसाइट से आप टिकट बुकिंग का प्रयास करते हैं तो यकीन मानिए कि आप निश्चित रूप से साइबर ठगी का शिकार होने जा रहे हैं। इसलिए यदि आपकी टिकट बुकिंग नहीं हो पायी है तो केदारनाथ धाम जाने का अपना प्लान बदलिए। आप केदारनाथ धाम पैदल, घोड़े-खच्चर, पालकी, डण्डी कण्डी इत्यादि से भी जा सकते हैं।
पुलवामा हमले के बाद चारधाम यात्रा की सुरक्षा
पहली बार आतंकवाद रोधी दस्ता और बम निरोधक दस्ता तैनात
देहरादून। पुलवामा हमले के बाद राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने इस बार यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए कमर कस ली है। उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा इस साल सुरक्षा के घेरे में शुरू हो गई है। इसमें सबसे खास बात यह है कि पहली बार चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से आतंकवाद रोधी दस्ता और बम निरोधक दस्ता तैनात किया गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से जिलेवार सीसीटीवी कैमरों की तैनाती की गई है। प्रदेश की राजधानी देहरादून में 107, धर्मनगरी हरिद्वार में 85, टिहरी में 102, पौड़ी में 44, रुद्रप्रयाग में 115, चमोली में 79, उत्तरकाशी (गंगोत्री) में 20 और यमुनोत्री क्षेत्र में 15 कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा प्रदेशभर से 10 एडिशनल एसपी, 28 सीओ, 64 इंस्पेक्टर, 387 सब इंस्पेक्टर, 624 हेड कांस्टेबल, 791 कांस्टेबल, पीएसी की 31 सब टीमें, 1452 होमगार्ड यात्रा मार्गों पर तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही 30 फायर ब्रिगेड यूनिट्स को भी तैयार किया गया हैं। यात्रा के संवेदनशील स्थलों पर 6 कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स भी लगाई गई है।
यात्रा व्यवस्था को सुचारू रखने में पीआरडी (प्रांतीय रक्षक दल) के जवानों को भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। युवा कल्याण विभाग ने जानकारी दी कि 270 जवानों की मांग पुलिस ने की थी और अब इन्हें अलग-अलग रूटों पर तैनात किया जा रहा है। सुरक्षा और सहयोग दोनों में पीआरडी की भूमिका अहम होगी। युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग के डीओ प्रमोद पांडे ने बताया कि पुलिस की ओर से 270 जवानों की मांग की गई थी।
सुरक्षा इंतजाम इस बार रिकॉर्ड स्तर पर किए गए हैं। खास बात ये है कि पहली बार चारधाम यात्रा मार्ग पर आतंकवाद रोधी दस्ता और बम निरोधक दस्ता तैनात किया गया है। इसके अलावा 5 हज़ार से ज्यादा पुलिसकर्मी, 624 सीसीटीवी कैमरे और कई जगहों पर ड्रोन की मदद से यात्रा पर नजर रखी जा रही है। ड्रोन के जरिए भीड़ की निगरानी और आपातकालीन स्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया संभव हो सकेगी।