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यमुनोत्री धाम को नगर पंचायत बनाए जाने की जगी उम्मीद

उत्तरकाशी। लंबे समय से यमुनोत्री धाम को अन्य तीन धामों की तर्ज पर नगर पंचायत बनाए जाने की उम्मीद जगी है। तीर्थ पुरोहितों की मांग पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने इसको लेकर कवायद शुरू कर दी है। तीर्थपुरोहितों का कहना है कि नगर पंचायत बनने से यमुनोत्री धाम भी विकास के पथ पर अग्रसर होगा।
दरअसल, चारधामों में पहले व प्रमुख तीर्थ यमुनोत्री के विकास को लेकर लंबे समय से नगर पंचायत बनाए जाने की मांग की जा रही है। उत्तर प्रदेश के समय तत्कालीन गढ़वाल आयुक्त सुभाष कुमार ने भी यहां पर नगर पंचायत की आवश्यकता महसूस की थी। विभिन्न परिस्थितियों के चलते उस दौरान बात आगे नहीं बढ़ पाई। विगत वर्ष यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने भी यमुनोत्री धाम को नगर पंचायत बनाए जाने की बात रखी थी। अब विगत माह उत्तरकाशी जिले के भ्रमण पर आए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक की।
बैठक में यमुनोत्री धाम की निवर्तमान पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने दोबारा यमुनोत्री धाम के विकास को गति देने के लिए नगर पंचायत बनाए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा। बैठक में सभी तीर्थ पुरोहितों ने इस मांग का समर्थन किया। जिस पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी डॉ।मेहरबान सिंह बिष्ट से इस पर विस्तृत आख्या मांगी। वहीं, सीएम धामी के दिशा-निर्देश पर स्थानीय प्रशासन एवं राजस्व टीम सक्रिय होकर कार्य कर रही है।
क्षेत्र में जाकर आवश्यक जानकारी के साथ ही अन्य लोगों से बैठक कर रायशुमारी की। यमुनोत्री समिति, पुरोहित महासभा, गांव सभा ने इसका समर्थन किया है। राजस्व उपनिरीक्षक महेश नौटियाल ने कहा कि लोगों का नजरिया सकारात्मक है। हमने ग्राम सभा, पुरोहित महासभा, यमुनोत्री मंदिर समिति से लिखित सहमति मांगी है। लिखित सहमति मिलने के बाद उक्त पत्रावली को जिला मुख्यालय भेज दिया जाएगा। पूर्व में भी स्थानीय लोगों की मांग पर यमुनोत्री नगर पंचायत को लेकर शासन स्तर पर प्रयास किया था। लेकिन कुछ लोगों ने असहमति व्यक्त करते हुए फिर बात आगे नहीं बढ़ पाई, यदि स्थानीय लोगों की सहमति बनी तो पुनरू इसके लिए प्रयास शुरू किए जाएंगे।
स्थानीय निवासी और पूर्व विधायक केदार सिंह रावत का भी मानना है कि विकास के लिहाज से नगर पंचायत का गठन जरूरी है। उन्होंने कहा कि विभिन्न पहलुओं पर सामूहिक सहमति बनाकर नगर पंचायत गठन का मार्ग प्रशस्त किया जाना चाहिए ,इससे क्षेत्र का विकास होगा।

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