तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट बंद…शीतकाल में मक्कूमठ में होंगे बाबा के दर्शन
पंच केदारों में सबसे ऊंचाई पर विराजमान तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं. शुभ लगन के अनुसार वेद ऋचाओं और विधि विधान से भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद हुए. अभी तक बाबा तुंगनाथ धाम के दरबार में 1 लाख 33 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. वहीं, कपाट बंद होने के साक्षी बनने को लेकर हजारों श्रद्धालु बाबा के धाम पहुंचे.
बता दें कि तुंगनाथ धाम में इस बार क्षमता से ज्यादा तीर्थ यात्रियों के पहुंचने से नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है. इससे पहले तुंगनाथ धाम में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या 27 हजार तक सिमटकर रह जाती थी, लेकिन इस बार यह रिकॉर्ड टूटा है.
मंदिर समिति के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने बताया कि विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीष देते हुए और सुरम्य मखमली बुग्यालों में नृत्य कर प्रथम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी. उन्होंने बताया कि 2 नवंबर को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली बनियाकुंड, दुगलबिट्टा, मक्कू बैंड होते हुए हूण्हू और वनातोली पहुंचेगी. जहां पर ग्रामीणों की ओर से भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली को अर्घ्य अर्पित कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की जाएगी. इसके बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अंतिम रात्रि प्रवास के लिए भनकुंड पहुंचेगी. पोस्ती ने बताया कि 3 नवंबर को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में विराजमान होगी.