इस वजह से DGP अशोक कुमार ने किया थाना प्रभारी नरेंद्र गहलोत को सस्पेंड
देहरादून: उत्तराखंड में भूमाफिया और खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। बीते दिन देहरादून के क्लेमेंटाउन स्थित सुभाष नगर में भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा करने के उद्देश्य से नेवी के रिटायर्ड गैलेंट्री अवॉर्ड सम्मानित ऑफिसर के हैरिटेज बंगले में तोड़फोड़ की और उनका सामान भी लूटा।
दिवंगत अफसर की पत्नी ने रोकर अपनी पीड़ा मीडिया को बताई और सीधे इसकी शिकायत डीजीपी अशोक कुमार से की। पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने एसएसपी से लेकर थाने में इसकी शिकायत की लेकिन किसी ने नहीं सुना फिर वो डीजीपी के पास आईँ। वहीं शिकायत मिलने के बाद डीजीपी ने तत्काल मामले में कार्रवाई करते हुए क्लेमेंटाउन थाना प्रभारी को सस्पेंड किया। वहीं इस मामले की जांच एसपी क्राइम को दी।
दिवंगत अफसर की पत्नी ने बताया कि सुभाष नगर स्थित हेरिटेज बंगले में भूमाफियाओं ने पहले दिनदहाड़े लूटपाट की और उसके बाद 3 जेसीबी मशीनों की मदद से बंगले को तोड़कर जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। पीड़िता का आऱोप है कि ये बंगला अंग्रेजों के शासन काल में बनाया गया था. भूमाफिया करोड़ों रुपए के कीमती जेवर भी बंदूक की नोंक पर लूटकर ले गए हैं. पीड़ित पक्ष ने स्थानीय पुलिस पर भी भूमाफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया है. ये बंगला करीब 5 बीघा में बना हुआ है.
वहीं शिकायत मिलने पर डीजीपी अशोक कुमार ने लापरवाही बरतने पर क्लेमेंटाउन थाना प्रभारी नरेंद्र गहलोत को सस्पेंड कर दिया है औऱ साथ ही मामले की जांच एसपी क्राइम विशाखा अशोक भदानी को सौंपी है. डीजीपी ने साफ चेतावनी दी कि अगर इस मामले में किसी भी पुलिस कर्मी की मिलीभगत सामने आई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।