अन्य खबरेंगढ़वाल मंडल

केदारनाथ यात्रा में उमड़ रहा भक्तों का सैलाब

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम की यात्रा नये रिकॉर्ड बना रही है। मात्र 24 दिन की यात्रा में साढ़े पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर लिए हैं। यात्रा पड़ावों में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। सोनप्रयाग में सुबह चार बजे से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। पुलिस प्रशासन की ओर से यात्रियों को धीरे-धीरे करके गौरीकुंड भेजा जा रहा है, जिससे यात्रा मार्ग पर अव्यवस्थाएं ना फैंले। साथ ही घोड़ा-खच्चरों, डंडी-कंडी का संचालन भी बेहतर ढंग से किया जा रहा है। यात्रा मार्ग पर मिल रही स्वास्थ्य, पेयजल सहित सफाई व्यवस्था पर तीर्थयात्री भी खुशी जता रहे हैं और वे जिला प्रशासन के साथ सरकार का आभार जता रहे हैं।
12 ज्योतिर्लिंगों में बाबा केदार की यात्रा अत्यधिक कष्टदायक है। गौरीकुंड से केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए 19 किमी के चढ़ाई भरे पैदल मार्ग को पार करना होता है। हालांकि इसके लिए श्रद्धालु घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी, पालकी का सहारा लेते हैं, मगर हजारों भक्त ऐसे भी होते हैं, जो इस कठिन यात्रा को पैदल ही पूरा करते हैं।
दो मई को शुरू हुई बाबा केदारनाथ की यात्रा ने मात्र 24 दिनों में साढ़े पांच लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। केदारनाथ धाम की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रशासन की ओर से 24 घंटे यात्रा का संचालन किया जा रहा है। जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों की सेवा में नजर आ रही है।
केदारनाथ धाम जाने को लेकर यात्रा मार्ग के सोनप्रयाग में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़नी शुरू हो रही है। भक्त सोनप्रयाग से शटल वाहन के जरिये गौरीकुंड पहुंच रहे हैं, जहां से घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी और पालकी के साथ पैदल चलकर बाबा के धाम पहुंच रहे हैं। केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे तीर्थयात्री जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की तारिफ कर रहे हैं। धाम में जहां टोकन व्यवस्था से दर्शन होने पर तीर्थयात्री खुशी जता रहे हैं, वहीं यात्रा मार्ग पर सफाई, स्वास्थ्य और पेयजल का विशेष ध्यान रखे जाने पर आभार व्यक्त कर रहे हैं। उज्जैन से आए श्रद्धालु उमेश शर्मा, महाराष्ट्र निवासी किरन सोनी, गुजरात निवासी देवांश, हैदराबाद निवासी नागेश ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग से लेकर धाम तक यात्रा व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं। घोड़ा-खच्चर संचालक बहुत मेहनत कर रहे हैं। सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। टोकन व्यवस्था होने से यात्रियों को आसानी से बाबा केदार के दर्शन हो रहे हैं। इसके अलावा खाने-पीने की भी उचित व्यवस्था की गई है।

यात्रा मार्ग पर हो रहा स्वस्थ घोड़े-खच्चरों का संचालन
रुद्रप्रयाग। यात्रा मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े खच्चर अब पूरी तरह से फिट हैं। स्वस्थ घोड़े खच्चरों का संचालन ही यात्रा मार्ग पर हो रहा है। सीवीओ डॉ आशीष रावत ने बताया कि चार हजार घोड़े खच्चरों से यात्रियों की आवाजाही करवाई जा रही है, जबकि एक हजार पशु आवश्यक सामग्री को धाम सहित यात्रा मार्ग के पड़ावों तक पहुंचा रहे हैं। पैदल मार्ग पर जगह-जगह घोड़े खच्चरों के स्वास्थ्य जांच के लिए पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गयी हैं, जबकि यात्रा मार्ग पर पशुओं के लिए गर्म पानी की भी व्यवस्था पूरी है,, जिससे पशुओं को काफी राहत मिल रही है।

सफाई पर दिया जा रहा विशेष ध्यान
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पैदल यात्रा मार्ग के एक किमी पर दस पर्यावरण मित्रों को तैनात किया गया है। सुलभ इंटरनेशल के इंचार्ज धनंजय पाठक ने बताया कि पर्यावरण मित्र प्लास्टिक कूड़े-कचरे और घोड़े-खच्चरों की लीद को अलग कर रहे हैं, जिससे पैदल यात्रा मार्ग हर समय साफ रहे और यात्रियों को स्वच्छ माहौल में दर्शन हो सकें। यात्रा मार्ग सहित धाम तक यात्रियों की सुविधाओं के लिए हाईटेक टॉयलेट भी बनाये हैं। इनका लाभ भी श्रद्धालुओं को मिल रहा है।

श्रद्धालु की सेवा में रात-दिन जुटा जिला प्रशासन: डॉ गहरवार,
रुद्रप्रयाग। डीएम सौरभ गहरवार ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा पिक पर चल रही है। यात्रा में हर दिन हजारों की भीड़ उमड़ रही है। भक्तों को घोड़े-खच्चर, डंडी-कंडी, पालकी की सुविधा के साथ ही यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य, पेयजल, रहने-खाने सहित अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। जिला प्रशासन का मकसद है कि यात्रा में आ रहे हर श्रद्धालु की सहायता की जाए। यात्रा मार्ग पर प्रशासन की टीमें मुस्तैदी के साथ जुटी हुई हैं। अधिकारी-कर्मचारी और जवान रात-दिन श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हुए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button