रेलवे के नाम पर युवाओं से 44 लाख ठगने वाले दो शातिर गिरफ्तार, एक फरार

ऋषिकेश: नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 44 लाख ठगने वाले दो शातिर व्यक्तियों को ऋषिकेश पुलिस टीम द्वारा जनपद हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी युवाओं के सामने स्वयं को एफसीआई व रेलवे का अधिकारी बता युवाओं को विश्वास में लेते थे। गिरफ्तार आरोपियों का एक अन्य साथी फिलहाल फरार है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दलीप सिंह कुंवर पुलिस के अनुसार कोतवाली ऋषिकेश में जून महीने में वादी सोनू निवासी सतपुली द्वारा संदीप कुमार पुत्र हर स्वरूप सिंह निवासी- लोटस गंगा कॉलोनी, समीप थाना कोतवाली, रानीपुर, रोशनाबाद,जनपद हरिद्वार,मूल निवासी- मोहल्ला मिसकीया थाना स्योहारा, जनपद बिजनौर, उत्तर प्रदेश व उसके एक साथी द्वारा उसे व उसके दोस्त से रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 14 लाख रुपये ठगने की शिकायत दर्ज करवाई गई।
जिसके बाद अगस्त महीने में ऋषिकेश के कुछ अन्य निवासियों द्वारा संदीप कुमार व उसके एक अन्य साथी रविन्द्र सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी -लोटस गंगा कॉलोनी, समीप थाना कोतवाली,रानीपुर, रोशनाबाद, जनपद हरिद्वार मूल निवासी-रतनपुर, थाना धामपुर, जनपद बिजनौर, उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर उनके बच्चों से भी रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 30 लाख रुपये ठग लिए।
रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर कुल 44 लाख रुपये की ठगी के लगातार दो मामले प्रकाश में आने के बाद कोतवाली ऋषिकेश टीम द्वारा वादियों की जानकारी पर अभियुक्तों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी व मुखबिरी तंत्रों को सक्रिय करने सहित अभियुक्तों की धरपकड़ को सर्विलांस की सहायता ली गयी।जिसपर पुलिस टीम द्वारा सफलता हासिल कर आज सोमवार को कार्यवाही करते हुए दोनों अभियुक्तों को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार अभियुक्त संदीप सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करता है व रविन्द्र रोशनाबाद में कॉस्मेटिक की एक दुकान चलाता है। इन दोनों के साथ ठगी में बिजनौर निवासी इनका तीसरा साथी,जो पहले ऋषिकेश में रहता था, भी शामिल है। इन तीनो के द्वारा नौकरी की तलाश में घूम रहे ऋषिकेश के युवाओं को फंसाया जाता था। इनके फरार साथी द्वारा युवाओं को संदीप को एफसीआई व रविन्द्र को रेलवे का अधिकारी बता युवाओं को अपनी ऊंची पहुंच दिखा रेलवे में उनकी नौकरी पक्की करवाने के नाम पर पैसे ठगे जाते थे। पुलिस द्वारा इन दोनों के तीसरे साथी की तलाश की जा रही है।