भर्ती घोटाले में STF की अन्य गिरफ़्तारी, मेडिकल यूनिवर्सिटी में काम करते थे दोनों

देहरादून: उत्तराखंड राज्य अधिनस्थ सेवा चयन आयोग में हुए भर्ती घोटाले में STF ने दो अन्य को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने पैसों का कलेक्शन किया था। STF ने दीपक चौहान और भावेश जगूड़ी को गिरफ्तार किया। आरोप है कि इन दोनों ने प्रिटिंग प्रेस से पेपर लीक करने वाले अभिषेक वर्मा को पैसे कलेक्ट करके दिए। दरअसल ये दोनों आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट कंपनी के कर्मी जयजीत के मार्फत अभिषेक से मिले।
अभिषेक पेपर लीक करा रहा था जबकि दीपक और भावेश अभ्यर्थियों से पैसे कलेक्ट करके गैंग तक पहुंचा रहे थे। माना जा रहा है कि इन्ही दोनों ने लाखों रुपए कलेक्ट किए हैं। फिलहाल दीपक चौहान निवासी भन्सवाड़ी टिहरी गढ़वाल हाल निवासी बालावाला देहरादून एवं भावेश जगूड़ी निवासी जोगत पट्टी दिचली उत्तरकाशी हाल निवासी विद्या विहार कारगी चौक देहरादून के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है। आशंका है कि ये गिरोह कुछ और परिक्षाओं में भी पेपर लीक करा रहा था और लोगों से पैसे ऐंठ रहा था।
उक्त गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के बारे में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ है कि, यह दोनों वर्तमान में सेलाकुई में स्थित एच0एन0बी0 मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक कार्यालय में उपनल के माध्यम से कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत्त है। गिरफ्तार अभियुक्तों से की गई पूछताछ के दौरान अभियुक्त दीपक चौहान ने बताया कि, पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त जयजीत दास जो कि आर0एम0एस0 टैक्नो सोल्यूशन कम्पनी का कर्मचारी है तथा जयजीत द्वारा कम्पनी के काम से मेडिकल यूनिवर्सिटी में आना-जाना होने के कारण दीपक चौहान का पूर्व परिचित भी था।
जयजीत दास द्वारा दीपक चौहान को उक्त परीक्षा का पेपर उपलब्ध कराया गया था जिसके एवज में दीपक चौहान द्वारा जयजीत को 36 लाख रूपये दिये गये थे। दीपक चौहान एवं भवेश जगूड़ी एक संस्था में कार्य करते थे तथा आपस में दोस्त भी थे इसलिए दीपक चौहान ने जयजीत दास से पेपर प्राप्त करने की बात भावेश जगूड़ी को बताई। इसके बाद भावेश जगूड़ी व दीपक चौहान द्वारा कुछ परिक्षार्थियों से सम्पर्क कर उनको देहरादून मेंएक स्थान पर एकत्र कर उक्त परीक्षा का पेपर के क्वेश्चन बताए गये थे जिसके सम्बन्ध मे उक्त दोनो अभियुक्तों द्वारा 36 लाख जयजीत दास को दिया गया था।
उक्त परीक्षा मे भावेश जगूडी द्वारा भी प्रतिभाग किया गया था जिसमें उसकी 573 रैंक आयी है। उक्त प्रक्रिया के दौरान अभियुक्त दीपक चौहान एवं भावेश जगूड़ी द्वारा जिन मोबाईल फोन का प्रयोग किया गया था उन्हें कब्जे में लेकर तकनीकी साक्ष्य संकलित किये जा रहे हैं। एसटीएफ को पुख्ता साक्ष्य मिले है की परीक्षा से पहले एक रात दोनो द्वारा परीक्षा में आए कुछ प्रश्न पत्रों को ऑनलाइन सर्च भी किया गया था।दोनो अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत मे भेजा जा रहा है।