चमोली के ग्रामीणों ने लिया वनाग्नि से जंगल बचाने का संकल्प
गोपेश्वर: चिपको के प्रणेता चंडी प्रसाद भट्ट के संदेश ” चिपको के बाद यही पुकार, जंगल न जलने देंगे अबकी बार ” के संदेश के साथ वनों को बचाने की मुहिम को लेकर युवा सर्वोदयी कार्यकर्ताओं की पाँच दिवसीय पद यात्रा के पहले चरण का आज देवस्थान में समापन हुआ।
उल्लेखनीय है कि चिपको के प्रणेता चंडी प्रसाद भट्ट की प्रेरणा से चिपको की मातृ संस्था दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल तथा सी पी बी पर्यावरण एवं विकास केंद्र के तत्वाधान में युवा कार्यकर्ताओं द्वारा केदारनाथ वन प्रभाग के गोपेश्वर तथा पोखरी रेंज के गाँवों में वनग्नि के रोकथाम के लिए जन-जागरण एवं अध्ययन यात्रा का आयोजन किया था। जिसका आज पोखरी नगर पंचायत के देवस्थान मे पूरी हुई।
इस अवसर पर देवस्थान गांव में में ममंद की अध्यक्ष की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी भी सम्पन हुई। संचालन करते हुए के पी सती ने कहा कि वनों की आग की रोकथाम हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है हर नागरिक का कर्तव्य है अपने प्रर्यावरण को सुरक्षित रखने में अपनी भूमिका निभाएं।
गोष्ठी में पूर्व ग्राम प्रधान रहे श्रवण सती ने बताया कि उनका गाँव चारों तरफ से चीड़ के जंगल से घिरा होने के कारण बारूद के ढेर पर खड़ा है। पिछले वर्ष आग को बुझाते हुए उनके गाँव का एक युवक झुलस कर घायल हो गया था। शिक्षक नेता उपेंद्र सती ने पद यात्रा कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि निश्चित ही चिपको प्रणेता चंडी प्रसाद भट्ट जी का वनों को बचाने का यह संदेश हर गाँव तथा घर- घर तक पहुुंचेगा और निश्चित ही वनों को आग से बचाने का संकल्प पूरा होगा।
गोष्ठी में गिरीश सती ने कहा की वनाग्नि से समय पूर्व सजग करने के लिए आभार ब्यक्त करते हुए कहा कि दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल वनांदोलनो का मातृ संगठन रहा है,उसकी इस मुहिम को सी पी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र यथार्थ धरातल पर बड़ी कुशलता के साथ आगे बड़ा रहा है। कार्यक्रम में वनाग्नि के दौरान आग बुझाने से घायल हुए युवक मनोज सती का भी माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। महिला मंगल दल अध्यक्षा देवस्थान ने बताया कि प्रति वर्ष फायर सीजन के दौरान गाँव के लोगों में भय बना रहता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पद यात्रा के टीम लीडर तथा न्यास के प्रबंध न्यासीओम् प्रकाश भट्ट ने बताया कि यदि हमने फायर सीजन से पहले ही जंगलो को आग से बचाने के लिए जरूरी रोकथाम के सभी जरूरी उपाय कर दिये जाने चाहिए तथा गाँव की अग्निशमन(फॉरेस्ट फायर समिति) का विधिवत गठन करने के साथ ही उन्हे उचित प्रशिक्षण देने से ही इस पर काबू पाया जा सकता है।
समाज सेवी मंगला कोठियाल ने कहा कि संगठित एवं सम्मिलित प्रयासों से ही इस आग की आपदा से निपटा जा सकता है।
यात्रा के समन्वयक विनय सेमवाल ने यात्रा में साहियोगि संस्था हैरिटेज ऑफ गढ़वाल हिमालया के प्रदीप फर्सवाँण,अध्यापक विक्रम कठैत, सुनील नाथन बिष्ट, भगवाती प्रसाद खाली, बचन सिंह रावत, ग्राम पंचायत अधिकारी धीरेंद्र कुमार, प्रधान जिलासू पुष्कर सिंह, प्रधान गिरसा सरोजनी देवी, शिक्षिका वीना वशिष्ठ, का यात्रा को सफल बनाने में सहयोग के लिए विशेष आभार ब्यक्त करने के साथ ही पद यात्रा की जानकारी साझा करते हुए बताया यात्रा दल द्वारा इस दौरान आम लोगों संवाद करने के साथ ही के साथ खल्ला, कठ्रर,सोनला, गिरसा,जिलासु, सिवाई,खाल,सर्मोला,कुमेडा,विंनगड़ आदि गाँवों मे आयोजित गोष्ठियों में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ग्राम कठूर में फायर सीजन से पूर्व समय रहते वनों को बचाने की इस पहल का स्वागत किया, ग्राम सर्मोला के वन सरपंच ने बताया कि पिछले वर्ष वनाग्नि की चपेट में आने से गाँव के एक कास्तकार की गौशाला भी खाक हो गयी थी, साथ ही उन्होंने कहा कि वनाग्नि से रोकथाम के लिए वन पंचायत क्षेत्र की भूमि पर दीवाल बंदी की बात कही जिससे जहाँ आग जंगलो मे भी नही फैलेगी और कृषि भूमि की जंगली जानवरो की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।वहीं ग्राम खाल की महिला मंगल दल की अध्यक्षा राधा देवी ने बताया की गाँव के समीप का मोटर मार्ग पर असमाजिक तत्वों द्वारा पिकनिक स्पॉट बनाया जा रहा है,और इस कारण भी वनग्नि की घटनाओं में तेजी आ रही हैं।
उन पर लगाम लगाना जरूरी है। ग्राम कुमेडा के सेवनिवृत शिक्षक त्रिलोक सिंह ने चिपको के अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस दौरान वे रेनी के समीपवर्ती गाँव में सेवारत थे। कुमेडा के प्रधान चंदमोहन सिंह ने कहा कि विगत चार पाँच वर्षों से वनग्नि की घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है,उनका गाँव जागरूक है वनग्नि के दौरान गाँव के लोगो ने अपने जंगल को बचाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इसके लिए मानदेय भी दिया जान चाहिए। गाँवों में आयोजित गोष्ठियो में महिला मंगल दल, वन सरपंचों सहित ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया।
पदयात्रा में छात्र एवं प्रशिक्षू गौरव कुमार सामाजिक कार्यकर्ता मोहित सिंह, समेत दो दर्जन से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।