गढ़वाल मंडल

हरिद्वार: गंगा में डुबोने से नहीं बल्कि इस वजह से हुई थी पांच साल के मासूम की मौत…

हरिद्वार: हरिद्वार में बुधवार दोपहर को दिल्ली के परिवार ने अपने 7 साल के बच्चे को हर की पौड़ी पर गंगा में डुबोकर मार डाला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत पानी में डूबने से नहीं बल्कि एनीमिया से हुई।

ब्लड कैंसर के चलते बच्चे के शरीर में खून की बेहद कमी हो गई थी। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है।पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पूछताछ के बाद बच्चे के माता-पिता, मौसी को भी छोड़ दिया गया।

जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर को सोनिया विहार दिल्ली निवासी एक परिवार अपने 5 साल के बच्चे को लेकर हर की पैड़ी पर पहुंचा। बच्चे की मां के साथ अन्य परिजन भी मौजूद थे । परिवार ने यहां बच्चे को ब्रह्मकुंड में ले जाकर गंगा में डुबो दिया। जब आसपास के लोगों ने बच्चे को डुबोते हुए देखा तो उनकों रोकने की कोशिश की। हालांकि वे लोग नहीं माने और बच्चे को डुबोते रहे। ये देखकर वहां अफरा तफरी मच गई और लोगों ने किसी तरह से बच्चे को बाहर निकाला। बच्चे के साथ इस क्रूरता को देख लोग भड़क गये और दंपती की जमकर पिटाई कर डाली। पुलिस ने बामुश्किल आरोपियों को भीड़ से छुड़ाया। घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। आनन-फानन में पुलिस बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंची। जहां चिकित्सकों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया।

पूछताछ में पिता राजकुमार सैनी ने पुलिस को बताया था कि रवि ब्लड कैंसर से पीड़ित था। चार दिन पहले दिल्ली एम्स में ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे घर ले जाने की सलाह दी थी। रवि की मौसी ने परिवार को सलाह दी कि गंगा स्नान से बालक ठीक हो सकता है। चमत्कार की उम्मीद में परिवार उसे हरिद्वार लाया था।

वहीं, बच्चा कार में ही मूर्छित हो गया था। हरकी पैड़ी पर मासूम को अचेत अवस्था में गंगा में डुबकी लगवाते हुए देखकर लोगों ने हंगामा कर दिया था। लोगों ने बच्चे की डुबोकर हत्या का आरोप लगाया था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बीमारी के कारण खून की कमी होने से बच्चे की पहले ही मौत होने की पुष्टि हो गई। बताया गया कि हरिद्वार लाते समय बच्चे की कार में ही मौत हो गई थी। बच्चे को माता-पिता और मौसी हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर इसलिए गंगा में डुबकी लगवाते रहे कि कोई चमत्कार होगा और बच्चे में जान आ जाएगी।

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