आखिरकार पकड़ा गया खनन माफिया जफर, पैर में लगी गोली
मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद में पुलिस और इनामी बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई है। जानकारी के मुताबिक पुलिस से मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी बदमाश जफर घायल हो गया है। इनामी बदमाश जफर के पैर में गोली लगी है। इस मुठभेड़ में एक सिपाही के भी घायल होने की खबर है। फिलहाल पुलिस ने इनामी बदमाश जफर को गिरफ्तार कर लिया है। यह मुठभेड़ मुरादाबाद के पाकबड़ा इलाके में हुई।
डीआईजी शलभ माथुर ने बताया कि जफर की तलाश में पुलिस टीमें जुटी थी। शनिवार सुबह करीब पांच बजे जफर बाइक से पाकबड़ा अगवानपुर बाईपास से होते हुए अमरोहा की ओर भाग रहा था। इसी दौरान पाकबड़ा समेत अन्य थानों की पुलिस ने उसे कैलसा रोड के पास पकड़ने की कोशिश की। उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।
इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। एक गोली जफर के पैर में लगी। इसके बाद वह बाइक समेत सड़क पर गिर गया। इसी दौरान दौड़भाग में सिपाही संदीप भी सड़क पर गिरकर घायल हो गया। घायल जफर और सिपाही संदीप को तुरंत जिला अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस अफसरों ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और फोरेंसिक टीम ने मौके से नमूने लिए हैं।
मुरादाबाद पुलिस ने बदमाश जफर पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था। गौरतलब है कि इससे पहले बदमाश जफर की तलाश में ही उत्तराखंड के काशीपुर में पुलिस टीम पर हमला हुआ था। आपको बता दें कि अवैध खनन के मामलों से बदमाश जफर का अपराधिक इतिहास जुड़ा है। मुरादाबाद के एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि बदमाश जफर के पैर में गोली लगी है और उसका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि बदमाश जफर उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर के भरतपुर से फरार हो गया था, जहां कुछ दिन पहले यूपी पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई थी।
वहीं एसएसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि बदमाश जफर दिल्ली भागने की कोशिश में था। कैलसा रोड पर पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में उसके को पैर में गोली लगी है। बदमाश जफर मुरादाबाद के डिलारी थाना क्षेत्र में कांकरखेड़ा का रहने वाला है।
आपको बता दें कि मुरादाबाद जिले की ठाकुरद्वारा पुलिस ने पिछले दिनों बदमाश जफर की गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान ठाकुरद्वारा पुलिस और एसओजी की टीम यूपी की सीमा पार कर उत्तराखंड चली गई थी। वहां पर हुई फायरिंग में बीजेपी नेता की पत्नी की मौत हो गई। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने ठाकुरद्वारा पुलिस के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया था। हालांकि, जफर फरार होने में कामयाब हो गया था, जिसके बाद पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम रख दिया था।