धरने पर बैठे अंकिता के माता-पिता, बोले सारे सबूत मिटा दिए गए हैं…

ऋषिकेश: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी मर्डर केस में बेटी को न्याय दिलाने के लिए अंकिता भंडारी के परिजन ऋषिकेश में धरने पर पहुंचे हैं। सोमवार शाम कोयलघाटी स्थित धरनास्थल पर पहुंचे अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड सरकार की एसआईटी की जांच पर भरोसा नहीं है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग उठाई है। अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने आरोप लगाया कि घटना के अगले ही दिन घटनास्थल के सबूत नष्ट कर दिए गए थे, घटनास्थल के पास फैक्टरी के जिस कमरे में अन्य आरोपी रहते थे उसमें भी आग लगा दी गई।
उन्होंने कहा की घटना से संबंधित सारे साक्ष्यों को नष्ट कर दिया गया है, जब साक्ष्य ही खत्म हो गए तो आरोपियों को कठोर सजा कहां से मिलेगी। मुख्यमंत्री धामी ने इस केस का ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का आश्वास दिया था लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। इस मामले में जांच एजेंसियां दबाव में काम रही हैं। इससे न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। अंकिता की मां सोनी देवी ने रविवार रात को प्रशासन की ओर से शकुंतला देवी को धरनास्थल से बेरहमी से उठाने की घटना से वह आहत हैं।
अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से 41 दिन से कोयलघाटी में धरना दिया जा रहा है। समिति के सदस्य क्रमिक अनशन और आमरण अनशन कर रहे हैं। अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि मंगलवार को दिनभर वह धरनास्थल पर आंदोलनकारियों के साथ धरना देेंगे। वहीं अंकिता भंडारी के माता पिता के देर रात ऋषिकेश स्थित धरना स्थल पर पहुंचने की सूचना के बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन मुस्तैद हो गया।