शीतकाल के लिए बंद हुए बदरीनाथ धाम के कपाट
बद्रीनाथ: बदरीनाथ मंदिर के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद हो गए। रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने वृष लग्न में शाम 6 बजकर 45 मिनट पर कपाट बंद किए। कल बदरीनाथ से उद्धव, कुबेर जी व शंकराचार्य जी की डोली यात्रा पांडुकेश्वर के लिए जाएगी। इस बाद यात्रा सीजन में 1,97,056 यात्री बदरीनाथ धाम आए। कपाट बंदी उत्सव में 4,366 से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए।
मंदिर के कपाट बंद होने से पहले आज कपाट बंद करने से पहले रावल फिर स्त्री वेश धारण कर मां लक्ष्मी को गर्भगृह में स्थापित करेंगे। इसके बाद शीतकाल के लिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इस मौके पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, सुनील तिवारी, राजेंद्र चौहान, भूपेंद्र रावत, डा.हरीश गौड़, संजय भट्ट, कृपाल सनवाल, हरीश जोशी आदि मौजूद रहे। उधर, कपाटबंदी को यादगार बनाने के लिए बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश की ओर से मंदिर को गेंदा, गुलाब, कमल आदि के फूलों व पत्तियों से सजाया गया है।