UKSSSC पेपर लीक मामले में सरकारी शिक्षक गिरफ्तार
देहरादून: पेपर लीक द्वारा परीक्षा उत्तीर्ण किए कुछ छात्रों के बयानों, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों और गहन पूछताछ उपरांत अभियुक्त जगदीश गोस्वामी पुत्र गोपाल बाबू गोस्वामी निवासी चांदी खेत पोस्ट ऑफिस गनाई थाना चौखुटिया जिला अल्मोड़ा को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
अभियुक्त राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मलसूना, कांडा जिला बागेश्वर में नियुक्त है। अभियुक्त द्वारा अपने इलाके और आसपास के छात्रों को इकठ्ठा कर परीक्षा के पहले रात को वाहन से धामपुर ले जाकर प्रश्न पत्र व उत्तर याद कराया गया फिर वापस परीक्षा केंद्रों पर छोड़ दिया गया था।
एक एक गुनाहगार को सलाखों के पीछे: CM धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ये मामला बहुत संवेदनशील है। उन्होने कहा कि जब तक एक एक गुनाहगार को सलाखों के पीछे नही धकेल दिया जाएगा तब तक ये कार्यवाही लगातार चलती रहेगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मुद्दा नौजवानों, बेरोजगारों के साथ जुड़ा हुआ है। इस पर पूरी पारदर्शिता के साथ काम होगा। सरकार इस प्रकरण पर बेहद गंभीर है प्रदेश में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार की नीति और नीयत बिलकुल साफ है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
युवाओं का नहीं होगा अहित
सीएम धामी इस बात को पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि चुनाव से पहले सरकार ने रोजगार को लेकर युवाओं से जो वायदे किए थे उनको पूरा किया जाएगा। इतना ही नहीं जाँच के कारण प्रभावित भर्तीयों परीक्षाओं को भी पारदर्शी तरीक़े से सम्पन्न कराया जाएगा ताकि मेहनतकश युवाओं का अहित ना हो।
जाँच का बढ़ाया दायरा
इधर मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर UKSSSC द्वारा पूर्व में आयोजित हुई सचिवालय रक्षक एवं कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) परीक्षाओं की जांच भी STF के सुपुर्द की गई है। ये वो मामले हैं जब वर्ष 2020 में उत्तराखण्ड पुलिस ने वन आरक्षी (फॉरेस्ट गार्ड) परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिये नकल कराने वाले गिरोह को पकड़ा था, जिस संबंध में जनपद हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में मुक़दमे दर्ज किए गए थे। मुख्यमंत्री ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए इन मामलों को भी STF द्वारा पुनः परीक्षण करने हेतु निर्देशित किया है।
STF की टीम को CM ने किया सम्मानित
उत्तराखण्ड कि पुलिस इतिहास में यह भी पहली बार देखा गया है कि विशेष मामले की जाँच कर रही पुलिस टीम को मुख्यमंत्री द्वारा ना सिर्फ़ सराहा गया बल्कि पूरी टीम को पदक सम्मान भी दिया गया। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर ताबड़तोड़ कारवाई करने वाली STF टीम को बीते 15 अगस्त को इस उत्कृष्ट कारवाई के लिए SSP STF अजय सिंह समेत पूरी टीम को सम्मानित किया गया। ये सब बातों यह स्पष्ट करती हैं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे प्रकरण में कितनी गम्भीरता दिखायी है।