प्रदेश के विकास को नई दिशा देगा सीएम धामी का यह वर्किंग स्टाइल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बने 2 महीने से ज्यादा का समय पूरा हो चुका है ऐसे में सीएम धामी की ग्राउंड विजिट बढ़ती जा रही है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने पिछले 5 दिनों में 4 जिलों का दौरा कर इस विषम भौगौलिक परिस्थितियों वाले प्रदेश को विकास की नई दिशा देने का भागीरथ प्रयास शुरू किया है. पिछले कुछ दिनों में सीएम के ताबड़तोड़ दौरों के दौरान सभी जिले के अधिकारियों को सीएम धामी ने साफ संकेत दे दिए हैं कि जनता से जुड़े विभाग “नो पेंडेंसी वर्क कल्चर” के फार्मूले पर काम करें. मुख्यमंत्री धामी का ऑन स्पॉट फैसले लेने का यह अंदाज उन्हें बाकी मुख्यमंत्रियों से अलग बनाता है.
अल्मोड़ा, टिहरी नैनीताल और हरिद्वार का दौरा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां पिछले हफ़्ते अल्मोड़ा जिले का दौरा कर वहां पार्किंग की व्यस्था समेत कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की, वहीं नैनीताल के लिए भी मुख्यमंत्री नैनी झील और आस पास के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं. इतना ही नहीं हरिद्वार के रुड़की में मिनी स्टेडियम और समेत दर्जनों घोषणाएँ और टिहरी जिले में सेम मुखेम को छठवें धाम के रूप विकसित करने की घोषणा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मुख्यमंत्री धामी नई और प्रभावी सोच के साथ काम कर रहे हैं.
घोषणाओं को पूरा करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री धामी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके द्वारा की गई घोषणाएँ सिर्फ़ काग़ज़ों तक नहीं बल्कि धरातल पर उतरेंगी. बीते रुड़की दौरे के दौरान सीएम ने यह स्पष्ट किया था कि मौजूदा सरकार वित्तीय और तकनीकी आँकलन के बाद ही घोषणा कर रही है, ताकि समय से उन्हें पूरा किया का सके. बहरहाल इन सब बातों से यह स्पष्ट है कि उत्तराखंड में नए वर्क कल्चर के साथ सीएम धामी, सिस्टम में सुधार कर गुड गवरनेंस का साफ संकेत दे रहे हैं